हरिद्वार। विवाहिता के सुसाइड के मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि मृतका के सुसाइड या हत्या के मामलें के समस्त आरोपीयों के विरुद्ध शीघ्रता से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मामला कोतवाली रुड़की क्षेत्र के एक गांव का है। आयोग ने विज्ञप्ति जारी कर घटना की जानकारी दी है।
मृतका के परिजन पुलिस की करवाई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट न होने पर राज्य महिला आयोग पहुंचे है। परिजनों ने आयोग के समक्ष मृतका बेटी को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
मामले में 15 दिन तक कार्रवाई न होने पर मृतका के परिजन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल से मिले थे। जिस पर आयोग अध्यक्ष ने तत्काल एसपी देहात स्वपन किशोर और कोतवाल रुड़की मामला संवेदनशील बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। आयोग की अध्यक्ष ने अधिकारियों को प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए हर पहलुओं की जांच करने को कहा है।
आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल को मृतका के परिजनों ने मृतका के साथ व्हाट्सएप चैटिंग व कॉल डिटेल दिखाते हुए बताया कि सुबह 9:57 तक उनकी बात हो रही थी। अंत में मृतका ने कुछ ठीक नहीं होने की बात कही थी, कहा था उसके साथ ससुराल पक्ष नाटक कर रहे है। जिसके कुछ समय बाद ही उनकी बेटी की आत्महत्या करने ली खबर पहुंच गई। परिजनों ने मृतका के शरीर पर चोट के निशान व कंधे के पास कपड़े फटे होने की भी आयोग को जानकारी दी।
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने एसएसपी हरिद्वार को पत्र लिखते हुए निर्देशित किया है कि यदि मृतका कुछ देर पहले अपने परिवार से बात कर रही थी तो अचानक उसके द्वारा क्यों व किस कारण से सुसाइड किया गया है? क्या उसे सुसाइड के लिए उकसाया गया है? या उसकी हत्या की गई है, तो इस घटना में मृतका के परिजनों के बयान के आधार पर तथा घटना के सभी साक्ष्यों की गहनता से जांच पड़ताल कर निष्पक्ष जांच की जाए और मामले में दोषी पाए जाने वाले आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।