हरिद्वार। पुलिस उमेश्वर धाम के सामने कांगडी पहुंची तो एक अज्ञात पुरुष का अधजला शव सडक किनारे पडा हुआ मिला। भौतिक एवं वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने पर मृतक की पहचान गोपाल पुत्र शंकरलाल निवासी महमूद खान सराय जनपद सम्भल उ0प्र0, हाल निवासी-ग्राम कांगड़ी थाना श्यामपुर के रुप में मृतक की पत्नी अनिता ने की। मृतक के भाई नीरज कुमार की लिखित तहरीर पर थाना श्यामपुर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने एसपी सिटी, एसपी क्राइम एवं अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ घटनास्थल का मौका मुआयना किया।
पुलिस जांच में सामने आया कि घटना वाले दिन कांगड़ी शराब के ठेके पर मृतक और उसके दो दोस्तों में गाली गलौच और धक्कामुकी हुई। सीसीटीवी में तीन झगड़ते दिख रहे हैं। दोनों अपने ठिकाने बार-बार बदलकर छुप रहे थे। इसी बीच थाना श्यामपुर पुलिस को मिले इनपुट पर पुलिस टीम ने भागने की फिराक में तैयार, दोनों आरोपियों को घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सहित थाना श्यामपुर क्षेत्रांतर्गत स्थान कांगडी से दबोच लिया।
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बेकसूर को फंसाने की थी साजिश, हरिद्वार पुलिस ने बचाया
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने दिनांक 02.11.2024 को मृतक गोपाल के साथ शराब पीने और नशा ज्यादा होने पर मृतक की हत्या करने की बात तो स्वीकारी लेकिन ठेके के बराबर में खोका लगाकर नमकीन, सोडा आदि छुटपुट सामान बेचने वाले राजन नामक व्यक्ति के भी हत्या में शामिल होने की बात कही लेकिन कई तरीकों से क्रॉस चेक करने पर सभी बातें झूठी साबित हुईं और एक निर्दोष खोका संचालक राजन जेल जाने से बच गया।
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मशक्कत से हत्या करने का सच आया सामने
मृतक की अपनी पत्नी से अनबन होने के कारण कई कई महीनो बाद अपने घर जाता था। इस कारण उसकी पत्नी घर की जरूरत के हिसाब से अभियुक्त रविंदर, जिसकी एक परचूनी की दुकान है, से घरेलू सामान ले लिया करती थी जिसका कुछ रुपया अभी बकाया था जिस कारण रविन्दर अक्सर उसकी पत्नी को टोकता था।
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हत्या के दिन गोपाल के पास पांच सौ के नोटों में लगभग 18 से 20 हजार की नगदी पड़ी हुई थी। नशा होने पर जब मृतक गोपाल ने रविन्द्र और मोहित को उसकी पत्नी को टोके जाने पर गालियां दीं तो गुस्से और नगदी के लालच में दोनों ने गोपाल को ठिकाने लगाने का विचार कर लिया और सुबह से शाम तक कुछ कुछ घंटों के अंतराल में बैठकर शराब पी। दो नवंबर की रात को लगभग 10:30 बजे जब पूरे इरादे के साथ आए आरोपी तीसरी बार मिल-बैठकर शराब पी जा रही थी। तो गोपाल ने फिर से इनके साथ गाली गलौज शुरू कर दी और मौका देखकर पहले आरोपी रविन्दर द्वारा गोपाल को मुख्य सड़क से धक्का देकर नीचे गिराया फिर नीचे झाड़ियां के पास गिरे गोपाल तक पहुंचकर दोनों ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। दोनों ने मिलकर गोपाल के पैसे और आधार कार्ड चुरा लिया और ये सोचकर कि गोपाल यहां का रहने वाला नही है इसलिए अगर इसकी पहचान छुपा देंगे तो कोई पहचान नहीं पाएगा तब पहचान मिटाने के लिए शराब छिड़ककर लाश को आग लगा दी। आग की ऊंची लपटें देखकर उन्हें लगा कि शरीर पूरा जल जाएगा और पहचान छुप जाएगी इसलिए वो दोनों मृतक के बैग से आधार कार्ड और नगदी लेकर वहां से भाग गए। सुबह शव के सिर्फ आधा जलने व धीरे-धीरे पुलिस की छानबीन और ज्यादा चलने की बात पता चलने पर दोनों भागने के इरादे से घर से निकले थे लेकिन पुलिस ने योजना विफल करते हुए उन्हे धर लिया।
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बेकसूर को फंसाने के पीछे ये थी मंशा
खोका संचालक राजन की पड़ताल करने पर वह किसी भी तरह घटना में शामिल नही पाया गया। सबूतों के आधार पर दोनों हत्यारोपियों से पुनः पूछताछ करने पर सामने आया कि पकड़े जाने पर दोनों ने राजन का नाम बस इस वजह से लिया क्योंकी राजन की वित्तीय हालत इन दोनों से काफी बेहतर थी इसलिए इनका सोचना ये था कि जेल चले गए तो जमानत लेने के लिए राजन एक सीढ़ी साबित हो सकता है।
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सच सामने लाने पर आमजन कर रहे प्रशंसा
कम समय “मात्र 48 घंटे के भीतर” इस जघन्य हत्याकांड के सफल खुलासे पर स्थानीय जनता द्वारा कप्तान के कुशल नेतृत्व एवं हरिद्वार ‘श्यामपुर’ पुलिस की कार्यशैली की सराहना की गई।
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विवरण आरोपित
-रविन्द्र पुत्र ओमप्रकाश निवासी ग्राम कांगडी थाना श्यामपुर
-मोहित पुत्र प्रभु दयाल निवासी ग्राम कांगडी थाना श्यामपुर
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बरामदगी
-मृतक का आधार कार्ड
-मृतक गोपाल की नगदी ₹15,200/-
-घटनाक्रम में प्रयुक्त मोटरसाइकिल
पुलिस टीम-
1- CO जूही मनराल
2- S.O. श्यामपुर नितेश शर्मा
3- S.I. विक्रम सिंह बिष्ट (प्रभारी चौकी चण्डीघाट)
4- SI अंजना चौहान
5- ASI इरशाद
6- ASI रणजीत चौहान
7- HC अनिल कुमार
8- C. सुशील चौहान
9- C. राजेंद्र नेगी
10- C. रमेश सिंह
11- C. अनिल रावत
12- C. वसीम (CIU हरिद्वार)