बाबा साहेब के ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो’ के सिद्धांत को अपनाने की जरूरत : स्वरुप

हरिद्वार। भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने रविवार को इंदिरा विहार के डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया। समारोह में सामाजिक, शैक्षिक और दलितोत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. डॉ. जयपाल सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि गढ़वाल मंडल पुलिस महानिरीक्षक राजीव स्वरूप रहे।
मुख्य अतिथि राजीव स्वरूप ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा, किसी भी क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस अवसरों की जरूरत है। भारतीय दलित साहित्य अकादमी इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रही है। उन्होंने युवाओं को अनुशासित रहकर मेहनत करने का संदेश दिया और कहा कि बाबा साहेब के ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो’ के सिद्धांत को अपनाने की जरूरत है।
प्रो. डॉ. जयपाल सिंह ने कहा कि अकादमी समाज के कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। गरीब बच्चों की शिक्षा और परिवारों की आर्थिक मदद के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। जिलाध्यक्ष डॉ. मेघ राज सिंह ने बताया कि अकादमी हर साल सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में योगदान देने वालों को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि प्रदान करती है।
समारोह में डॉ. अशोक पाल, डॉ. वैशाली आनंद, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. समय सिंह, डॉ. सुभाष कल्याणी और डॉ. रीना गौतम को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, समाजसेवी रूप सिंह दधेरा, गंगाराम, मोदी मल तेगवाल, प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार, तीरथ पाल रवि, ज्ञान चंद फौजी, श्याम लाल पंचम, किशोर पाल, हरीश चंद्र निमेष, सुरेंद्र लाल आर्य, प्रमोद चौधरी, नरेश बर्मन आदि को प्रशस्ति पत्र और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. जीतपाल सिंह ने किया। इस अवसर पर संजीव वाल्मिकी, योगराज सिंह, अनुज अष्टवाल, सोमपाल सिंह, भोपाल सिंह, जाकिर हुसैन, नाथीराम, संजीव कुमार, तिलकराम, मांगे राम सिंह एडवोकेट सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *