हरिद्वार। बहादराबाद टोल प्लाजा पर पिछले चार दिनों से चल रहा किसानों का धरना मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। किसानों का धरना भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेतृत्व में शुरू हुआ था। जिसके पीछे मुख्य कारण बीते बृहस्पतिवार को टोल प्लाजा पर पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प थी। इस झड़प में किसानों और पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद किसानों ने टोल प्लाजा पर डेरा डाल दिया और 28 अगस्त को महापंचायत का ऐलान किया था। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ हुई किसान यूनियन के प्रतिनिधि मंडल पदाधिकारियों के बाद आंदोलन वापस ले लिया।
क्या था पूरा प्रकरण?
बीते बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के किसान देहरादून स्थित ऊर्जा भवन जा रहे थे। बहादराबाद टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया। आरोप है कि पुलिस ने किसानों पर लाठियां चलाई। जिसमें कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस घटना के विरोध में किसानों ने टोल प्लाजा पर धरना शुरू कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने टोल प्लाजा पहुंचकर पुलिस के रवैये की निंदा की और 28 अगस्त को महापंचायत की घोषणा की। इस घोषणा से जिला प्रशासन और सरकार में हड़कंप मच गया।
मुख्यमंत्री और प्रशासन की वार्ता
मंगलवार को किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला। इस मुलाकात में किसानों ने अपनी नौ मांगें रखीं, जिनमें प्रीपेड बिजली मीटर का विरोध, बहादराबाद एसओ का ट्रांसफर चमोली, जांच के निष्पक्ष आदेश, सौर ऊर्जा की जो छूट बंद की है वो चालू, किसानों के चालान, नहीं कटेंगे, कटे तो सस्ते दामों पर, किसानों के लिए अन्य राज्यों की तरह यहां भी फ्री आदि मुद्दे शामिल थे। मुख्यमंत्री ने मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेन्द्र डोभाल टोल प्लाजा पहुंचे और किसानों से वार्ता की।
जिलाधिकारी ने बताया कि नौ में से आठ मांगों पर सहमति बन गई है। हालांकि, प्रीपेड मीटर का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर का होने के कारण इस पर तत्काल सहमति नहीं बन सकी। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना किसानों और आम लोगों की सहमति के प्रीपेड मीटर नहीं लगाए जाएंगे। इसके लिए जिला प्रशासन कैंप लगाएगा, जहां लोगों की सहमति और जागरूकता पर ध्यान दिया जाएगा। जिनके घरों में प्रीपेड मीटर लग चुके हैं, उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा।
पुलिस का रुख और स्थानांतरण
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रेमेंद्र डोभाल ने बृहस्पतिवार की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि पुलिस और किसानों के बीच ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम सभी किसानों के बेटे हैं, और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पूरा ध्यान रखा जाएगा।” इस घटना के बाद बहादराबाद थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश राठौर का चमोली स्थानांतरण कर दिया गया है।
प्रीपेड मीटर का विवाद
प्रीपेड मीटर का मुद्दा किसानों के आंदोलन का प्रमुख कारण रहा। किसानों का कहना है कि प्रीपेड मीटर उनकी आर्थिक स्थिति पर बोझ डाल सकते हैं। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि जबरदस्ती मीटर नहीं लगाए जाएंगे और लोगों की सहमति के बिना कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।