हरिद्वार के होटल सिग्नेचर से गुरुवार को दिल दहलाने वाली खबर सामने आई। पंजाब के बठिंडा में तैनात 26 वर्षीय जूनियर इंजीनियर मोहित कासनिया ने होटल के कमरे में खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया।
मोहित 26 अगस्त से अपने घर से लापता थे। परिजन उनकी तलाश में जुटे थे, लेकिन गुरुवार सुबह वे हरिद्वार पहुंचे और होटल सिग्नेचर में कमरा लिया। कुछ ही देर बाद कमरे से धुआं उठता देख होटल स्टाफ ने दरवाजा तोड़ा। अंदर का दृश्य भयावह था—आग फैल चुकी थी और मोहित की जिंदगी राख में तब्दील हो चुकी थी।
पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे यह रहस्य गहरा गया है कि आखिर मोहित ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। उनके पिता राजस्थान में सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं और छोटा भाई डॉक्टर बनने की पढ़ाई कर रहा है। परिवार की उम्मीदों का सहारा रहे मोहित की असमय मौत ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस आत्महत्या के कारणों की तहकीकात कर रही है। यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे युवा इतने अकेले क्यों पड़ जाते हैं कि मृत्यु ही उन्हें अंतिम रास्ता नजर आता है।
हरिद्वार: होटल सिग्नेचर में राजस्थान के जूनियर इंजीनियर ने आग लगाकर की आत्महत्या, (हरिद्वार)-दीपक मौर्य-
