हरिद्वार। रानीपुर थाना क्षेत्र में 26 अगस्त को शिवालिक नगर में दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज लूट की घटना का हरिद्वार पुलिस ने सफलतापूर्वक खुलासा किया। कोतवाली रानीपुर और सीआईयू की संयुक्त टीम ने मास्टरमाइंड अजीत सिंह सहित चार आरोपियों सोमपाल उर्फ छोटू, नरेश, और विवेक को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई सोने की चेन, डायमंड की अंगूठी, तीन लाख रुपये नकद, तीन तमंचे (दो 315 बोर, एक 12 बोर), छह जिंदा कारतूस, एक चाकू, एक पल्सर मोटर साइकिल, और पिट्ठू बैग बरामद किया।
घटना के दिन पीड़ित मोना चौधरी, बीएचईएल के रिटायर्ड कर्मचारी और प्रॉपर्टी डीलर गुलवीर चौधरी की बेटी, ने तहरीर दी कि तीन अज्ञात बदमाशों ने तमंचा दिखाकर लूटपाट की। इसके आधार पर मुकदमा (343/25, धारा 309(6) BNS) दर्ज हुआ। एसएसपी डोबाल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और त्वरित अनावरण के लिए पुलिस और सीआईयू की टीमें गठित कीं। फिंगरप्रिंट टीम ने साक्ष्य जुटाए, जबकि पुलिस ने एक हजार सीसीटीवी फुटेज का अध्ययन और सौ संदिग्धों का सत्यापन किया।
31 अगस्त को मुखबिर की सूचना पर सुमननगर रोड नंबर-तीन की एक झोपड़ी से अजीत को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह प्रॉपर्टी डीलिंग करता है और कर्ज में डूबा था। उसने चार साल पहले गुलवीर से 67 लाख रुपये की जमीन खरीदी थी, जिसमें 10 लाख रुपये बयाना दिया था। समय पर बाकी राशि न चुका पाने पर गुलवीर ने जमीन वापस ले ली और 10 लाख रुपये नहीं लौटाए। इससे नाराज अजीत ने सोमपाल, जो लूट और हत्या के मामलों में जेल जा चुका था, के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। सोमपाल ने अपने साथियों अर्पित, नरेश, और विवेक को शामिल किया।
योजना के तहत, अजीत ने गुलवीर का घर दिखाया, और 25 अगस्त को अंतिम योजना बनी। लूट के दौरान सोमपाल, नरेश, और अर्पित घर में घुसे, जबकि विवेक बाहर निगरानी करता रहा। लूट का माल बांटने के लिए सोमपाल अजीत से मिलने आया, तभी पुलिस ने सभी को धर दबोचा। आरोपियों के खिलाफ धारा 317(2), 60(2), 3(5) BNS और शस्त्र अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। सोमपाल का आपराधिक इतिहास लंबा है, जिसमें हत्या, लूट, और गैंगस्टर एक्ट के मामले शामिल हैं।
दिनदहाड़े लूट का सनसनीखेज खुलासा: हरिद्वार पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित चार बदमाश दबोचे, (हरिद्वार)-दीपक मौर्य-
