देहरादून। श्रीनगर तहसील के नकोट बिलकेदार गांव में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां एक जीवित व्यक्ति गोविंद सिंह बिष्ट को खाता-खतौनी में मृत दर्शाया गया। इस गंभीर लापरवाही और साजिश के खिलाफ गोविंद सिंह बिष्ट ने जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को वे अपनी शिकायत लेकर जिला अधिकारी के कार्यालय पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात अपर जिला अधिकारी (एडीएम) अनिल गर्ब्याल से हुई।
गोविंद सिंह बिष्ट ने बताया कि वे दिल्ली में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे और सेवानिवृत्त होने के बाद अपने पैतृक गांव लौटे। उन्हें सूचना मिली कि उनके कुछ सगे-संबंधियों ने तहसील श्रीनगर के राजस्व कर्मियों के साथ मिलकर उनके एक खाते में उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस गलती के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सीएम पोर्टल पर शिकायत और लंबी जद्दोजहद के बाद खाते में उनकी स्थिति को सुधारकर जीवित दर्शाया गया, लेकिन उन्होंने इस साजिश में शामिल रिश्तेदारों और राजस्व कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एडीएम अनिल गर्ब्याल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि इसकी जांच की जाएगी और दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में पहली बार आया है और इसकी तह तक जाकर जिम्मेदारों को दंडित किया जाएगा। यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और संभावित साजिश का गंभीर उदाहरण है, जिसने एक जीवित व्यक्ति को कागजों में मृत घोषित कर दिया।
