अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा डॉ.मुकुल कुमार सती ने कहा कि उनको अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का परीक्षा परिणाम आगामी वर्ष शत प्रतिशत चाहिए। अगर बच्चों के रिपोर्ट कार्ड सुधारने है, तो छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देना है। सीमित संसाधनों में बच्चों को शिक्षित बनाना होगा। मंगलवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे से डॉ.मुकुल कुमार सती ने मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय रोशनाबाद में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ परीक्षा परिणाम एंव समस्याओं की समीक्षा बैठक की। करीब चार घंटे चली इस बैठक में प्रधानाचार्यों कि जमकर क्लास लगाई गई। अपर राज्य परियोजना निदेशक ने कहा कि शिक्षा विभाग ने जिले के स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर व्यवस्थाएं दी हैं। इस दौरान प्रधानाचार्यों का कहना है कि सीबीएसई से भी कही न कही परीक्षा परिणाम में कुछ गड़बड़ हुई है। उल्लेखनीय है कि बीती 12 मई को सीबीएसई बोर्ड का परीक्षा परिणाम जारी हुआ था। इस परिणाम में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में नौ के परीक्षा परिणाम बेहद निराशाजनक रहे है। जबकि एक विद्यालय भौरी का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा था। मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से इन विद्यालयों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।
ये अधिकारी और शिक्षक रहे मौजूद।
मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता जिला, शिक्षा अधिकारी माध्यमिक आरएस सविता, बहादराबाद खंड शिक्षा अधिकारी स्वराज सिंह तोमर, खानपुर उप शिक्षा अधिकारी दीप्ति यादव, भगवानपुर खंड शिक्षा अधिकारी संजीव जोशी, खंड शिक्षा अधिकारी नारसन अमित कोठियाल, राजकीय इंटर कॉलेज पथरी प्रधानाचार्य भारत पाल सिंह रावत, राजकीय इंटर कॉलेज निरंजनपुर डॉ.प्रेम सिंह, राजकीय बालिका इंटर महिला बुग्गावाला डॉ.समीय देवली, राजकीय इंटर कॉलेज लंढोरा प्रकाश चंद कुलाश्री, सुबोध कुमार, पूनम शर्मा, सत्यपाल सिंह, सुधीर चंद्र उनियाल, दीपक सैनी, कृष्ण वीर सिंह, नीरज शर्मा आदि मौजूद थे।
बहादराबाद। डॉ.मुकुल कुमार सती ने कहा कि बच्चों को खेल प्रति रुचि बढ़ाए। हर बच्चा खेलना चाहता है। खेल पर विशेष ध्यान देना होगा। अगर स्कूलों के पाया मैदान नही है तो उसके अलावा छोटे-छोटे बहुत खेल है। उनको स्कूलों में खिलाया जाए। स्पोर्ट्स के लिए केंद्र और राज्य सरकार अत्यधिक बजट जारी कर रही है। स्पोर्ट्स में बच्चों का उत्साहवर्धन होगा तो वह अच्छी ग्रोथ करेंगे। उन्होंने शिक्षकों को से कहा कि शिक्षक विधायक, मंत्री, सांसद, केंद्र और राज्य सरकार को पत्र जारी कर स्पोर्ट्स के लिए पैसा मांगते हैं। उसके बावजूद भी बच्चों को सपोर्ट नहीं कराया जा रहा है। यह गंभीर विषय है। इसमें सुधार लाया जाना आवश्यक है।
बहादराबाद। डॉ.मुकुल कुमार सती को हरिद्वार के संयुक्त नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाचार्य की समीक्षा बैठक में उन्हें शैक्षिक स्तर सुधारने, अंग्रेजी मिडिमय में अधिकाधिक लिखने एवं पठन-पाठन करने तथा छात्रों को उत्साहित करने के निर्देश जारी किया है। उन्होंने सत्र वर्ष 2022-23 में परिषदीय परीक्षा को समीक्षा के साथ-साथ वर्ष 2023-24 में विषय वार प्रधानाचार्य को परीक्षा फल में सुधार लाने के निर्देश दिए है।
बहादराबाद। खंड शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों ने डॉ. मुकुल कुमार सती को बताया कि विद्यालयों में चोरियां ज्यादा हो रही है। चोर विद्यालय का रिकॉर्ड सहित उपकरण चोरी कर ले जा रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी भगवानपुर कार्यालय, बुग्गावाला स्कूल, ब्लॉक नारसन सहित जनपद के कई विद्यालयों में भी चोरी की घटना हो चुकी है।
बहादराबाद। डॉ.मुकुल कुमार सती ने प्रत्येक विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारियों से पूछा कि क्या प्रत्येक स्कूल में किताबें समय से पहुंच चुकी हैं। लेकिन जवाब में अधिकांश स्कूलों में किताबें पूरी नहीं पहुंच पाई है। मुख्य शिक्षा अधिकारी को आदेशित किया कि तत्काल स्कूलों में किताबें पहुंचाने का कार्य किया जाए।
बहादराबाद। अटल उत्कृष्ट स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने बताया कि अधिकांश शिक्षक सेवानिवृत्त होने वाले है। कुछ शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए हैं। डॉ.मुकुल कुमार सती ने मुख्य शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार गुप्ता को आदेशित किया कि आसपास के विद्यालयों से अटल उत्कृष्ट स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति की जाए। लेकिन उससे पहले शिक्षक का मन जरूर टटोल ले। जबरदस्ती किसी शिक्षक के साथ करना ठीक नहीं है। अगर शिक्षक अपनी मर्जी से स्कूल जाएंगे तो बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी। जबरदस्ती से शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ा पाएंगे।
बहादराबाद। अटल उत्कृष्ट स्कूल ब्लॉक नारसन में प्रधानाचार्य ने स्पोर्ट्स के लिए आए बजट को बच्चों के ट्रैक सूट में खर्च कर दिया। जब अपर राज्य परियोजना निदेशक के सामने मामला आया, तो उन्होंने प्रधानाचार्या की क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से स्पोर्ट्स का बजट आता है। उसको ट्रैक सूट में खर्च किस अधिकारी और कोनसे शासनादेश पर खर्च किया गया है। प्रधानाचार्य के पास डॉ.मुकुल कुमार सती के प्रश्न का कोई जवाब प्रधानाचार्या नहीं दे पाई।