मंगलोर कोतवाली क्षेत्र की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें समुदाय विशेष दंपत्ति और कावड़ियों के बीच कहासुनी के बाद गाड़ी तोड़ना दिखाया गया है। हालांकि पुलिस ने साफ किया है कि स्थानीय हिंदू निवासी प्रताप सिंह की शिकायत पर प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। जबकि शांति भंग में दो लोगों को उसी दिन गिरफ्तार कर उपजिलाधकारी के यहां पर पेश किया गया था।
उसके बावजूद भी बिना किसी सत्यता के घटना को सत्यता जाने बिना हिंदू मुस्लिम आधारित संप्रदायिक पोस्ट और कमेंट किए जा रहे हैं। मामले में मंगलौर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मीडिया सेल से जारी प्रेस नोट के अनुसार अचानक हुई दुर्घटना/घटना को सांप्रदायिक रूप देना गलत है। प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि दो दिन पूर्व जनपद हरिद्वार के कोतवाली मंगलौर क्षेत्रांतर्गत कस्बा बाजार में संयोगवश स्थानीय हिंदू निवासी की कार से टकराकर कांवड़ खंडित होने एवं आपसी कहासुनी के बाद गाड़ी में तोड़फोड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। स्थानीय हिंदू निवासी प्रताप द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। साथ ही शांति भंग में मौके से उसी दिन दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था। कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा अब इस घटना को सांप्रदायिक रूप दिया जा रहा है। जो उचित नहीं है साथ ही घटना की सत्यता जाने बिना हिंदू मुस्लिम आधारित सांप्रदायिक पोस्ट और कमेन्ट किए जा रहे हैं। हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि इस मामले में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक कमैंट्स/खबरें फैला रहे व्यक्तियों पर धारा 153 (क) के तहत कोतवाली मंगलौर में एक नया मुकदमा दर्ज किया है जिसमें ऐसे लोगो पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। कहा गया है कि ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा सिर्फ हरिद्वार ही नही बल्कि देश की आस्था की यात्रा है, करोड़ों कांवड़िए विभिन्न प्रांतों से गंगा जल लेने आते जाते है। एक छोटी घटना को सांप्रदायिक तूल देने वालों को यहां का माहौल खराब नही करने देंगे।