बेलड़ा गांव में हुए विवाद में घायल एक व्यक्ति ने एक माह अस्पताल में चले इलाज के बाद शनिवार तड़के दम तोड़ दिया है।हायर सेंटर ऋषिकेश अस्पताल में पीएम करने के बाद ही परिजनों को शव सुबुर्द्ध किया जाएगा। गांव में प्रमोद कुमार की मौत से शौक की लहर दौड़ गई है। जानकारी मिलते ही अनुसूचित जाति संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। घटना की जनकारी मिलते ही कोई शंकरपूरी तो कोई बेलड़ा गांव में इक्कठा होने के मैसेज सोशल मीडिया पर डालने लगे हैं। हालांकि समालोचना अभी पुष्टि नहीं कर सकता है। मारपीट का आरोप सोशल मीडिया एंव अनुसूचित जाति के लोग आरोप पुलिस प्रशासन एंव रोड समाज पर लगा रहे हैं। प्रमोद कुमार को न्याय मिले और उसके छोटे छोटे बच्चों का भविष्य तय हो इस पर विचार विमर्श कर रहे हैं। बेल्डा प्रकरण में हुई पंकज की मौत के बाद अब प्रमोद की मौत हो गई है। जिसका कारण बेरहमी से पीटना करीब एक महीने बाद आज ऋषिकेश एम्स में अपने दर्द के चलते अपने जीवन की जंग हार गए। दोषी को कड़ी से कड़ी सजा एंव 302 में मुकदमा दर्ज कराने की मांग की गई हैं। कुछ दिन पहले मृतक प्रमोद कुमार की मां जिलाधिकारी हरिद्वार और पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी हरिद्वार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष मृतक की मां को सीएम ने आश्वासन दिया था कि उसके बैठक कुछ नहीं होगा।
