उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा आयोग मैं पांच से दस लाख रुपए में दिलाते थे, सरकारी नौकरी लेकिन मिली एक को नही डकार गए लाखों, सगे भाई बहन सहित चार गिरफ्तार (हरिद्वार)–बी.बी चंदोला–

लोक सेवा अयोग् और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले भाई-बहन सहित चार लोगों को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि मास्टरमाइंड पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस के मुताबिक पूरा नेटवर्क मास्टरमाइंड के घर टीकमपुर लक्सर से चलता था। पुलिस के मुताबिक एक करोड़ रुपए से अधिक रकम वसूल चुके हैं। गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में एसएसपी अजय सिंह ने फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से दो गाड़ियां, चेक बुक, पासबुक, फर्जी नियुक्ति प्रमाण सहित विभिन्न विभागों की मोहरे, आर्मी की वर्दी पुलिस जैकेट आदि बरामद किए हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि विजय नौटियाल एंव रेनू पुत्रगण मीर सिंह निवासी टीकमपुर और सिद्धार्थ पुत्र नवबहार निवासी धारीवाला पथरी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि मास्टरमाइंड अजय नौटियाल पुत्र मीर सिंह पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस के गुड वर्क पर एसएसपी ने दस हजार रुपए इनाम देने की घोषणा भी की है। आरोपियों के खिलाफ मंगलौर, बहादराबाद, कलियर, रुड़की थाना कोतवाली में मुकदमें दर्ज है। एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बेरोजगार युवाओं का इंटरव्यू लेकर सरकारी नौकरी का लालच देकर फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा दिए जाते थे। मौके से हाई लेवल के लिए आर्मी ड्रेस में अधिकारी बनकर रहते थे। लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में फर्जी नियुक्ति पत्र होटलों में बैठकर दिए जाते थे। एसएसपी अजय सिंह ने बताया के विभिन्न विभागों में 10% कोटा बताकर बेरोजगारों की नौकरी का झूठा राज दिया जाता था और प्रत्येक बेरोजगार से पांच से दस लाख रुपए लेकर नौकरी दी जाती थी। किसी तरह का शक ना हो इसलिए पहले ही नामी होटलों में बेरोजगारों को इंटरव्यू के नाम पर लाखों रुपए की डिमांड की जाती थी। रकम मिलने के बाद ही लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत नौकरियों में फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर दी जाते थे। नियुक्ति पत्र दलेकर जब संबंधित बेरोजगारों द्वारा विभागों में जाकर जोइनिंग करते तब पूरा मामला सामने आता। इसके साथ ही अपना रौब दिखाने के लिए आठ हजार रुपए प्रति माह के वेतन पर सिक्योरिटी गार्ड रखते थे। जिन्हें बतौर आर्मी की वर्दी बनाकर जगह-जगह अपने साथ ले जाते थे। एसएसपी ने बताया कि एक महिला सहित चार आरोपियों को भारी मात्रा में अभ्यार्थियों के फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र, फर्जी शैक्षिक अंकतालिका, इलेक्ट्रॉनिक सामान, नगदी, विभिन्न विभागों के पदनाम की मोहरे, घटना में इस्तेमाल किए जाने वाले कई मोबाइल फोन, एक दर्जन से अधिक पासबुक, चेक बुक, सिक्योरिटी गार्ड पर फर्जी आर्मी एवं पुलिस की वर्दी भी बरामद की है।

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