हरिद्वार। इसे अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना कहे या फिर संबंधित ठेकेदार की हठधर्मिता। अधिकारी की फटकार के बाद ठेकेदार ने करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये से बन रहे सिडकुल-बहादराबाद फोरलेन के नाले के किनारे से कूड़ा करकट उठाने की बजाए उसी के ऊपर मिट्टी डालकर अधिकारियों को गुमराह कर दिया है।
सोमवार में सिंचाई विभाग की अधिशासी अभियंता मंजू डैनी ने संबंधित ठेकेदार को फटकार लगाकर नाले के किनारे से कूड़ा उठाकर मिट्टी डालने के आदेश दिए थे। लेकिन ठेकेदार ने कचरे के ऊपर ही मिट्टी डालकर इति श्री कर दी। यहां सवाल खड़े होने लाजमी है कि आने वाले समय में सरकार नाले के किनारे कोई भूमिगत प्रोजेक्ट लगाने का विचार करती है तो बड़ी समस्या तो होगी ही सरकारी बजट बर्बाद होना तय है। सवाल खड़े होते हैं कि हल्की बरसात या उन पर चलने वाले भारी वाहनों के आवागमन से जहां भारी वाहन धसने का खतरा बढ़ेगा। वहीं नाला भी टूट सकता है।