भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के सैकड़ो किसानों ने जिलाधिकारी कार्यालय रोशनाबाद में पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा को ज्ञापन सौंपा गया। किसान प्रदेश में पांच सौ रुपए कुंतल गन्ना मूल्य और किसानों को फ्री बिजली, हरिद्वार जनपद में पुलिस और सीपीयू के द्वारा आम आदमी और किसानों के 10-10 हजार के चालान बंद करने की मांग कर रहे थे।
यूनियन के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि किसान अन्नदाता है, और अन्नदाता को ही डीजल और बिजली की सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। किसान दिन रात मेहनत कर फसल उगाता है। किसानों की मुख्य मांग पर भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। इसलिए किसानों को धरना तक देना पड़ रहा है। कहा कि प्रदेश सरकार इस चालू वर्ष में गन्ना मूल्य घोषित करें। ताकि किसानों को इस महंगाई से निजात मिल सके।
मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड ऊर्जा प्रदेश होने के कारण यहां के किसानों को खेती करने के लिए बिजली फ्री दि जानी चाहिए। रेलवे लाइन रुड़की देवबंद पर किसानों को मुआवजा नही दिया गया है। जबकि अन्य किसानों को मुआवजे का लाभ मिल चुका है।
संजय चौधरी ने कहा कि बिजली विभाग के द्वारा गलत तरीके से गांव में छापेमारी कर रहा है। इससे लोगों को प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। छापेमारी पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए। किसानों के डीजल कार्ड बनाकर डीजल 40 रुपये प्रति लीटर दिए जाने आदि मांग है। इस दौरान सुब्बा सिंह ढिल्लों, संजीव चेयरमैन, कुलदीप सैनी, सोमबीर चौधरी, मेजर राणा, बबलु राणा, धर्मेंद्र चौधरी, सुकर्म पाल चौधरी (कोषाध्यक्ष)आदि उपस्थित थे।