भारत रत्न डॉ.बीआर अंबेडकर ने कहा था मैं मूर्तियों में नहीं किताबों में हूं, मुझें पूजने कि नहीं पढ़ने की जरूरत है, मूर्ति और किताबों में नही बांधा जा सकता डॉ. बीआर आंबेडकर का किरदार, पुरुषोत्तम कुमार (हरिद्वार) रिपोर्ट–अनुज कपूर खत्री और विशाल कुमार–

मानव समाज शक्ति सेवा ने अलीपुर गांव में ग्राम समिति का गठन किया है। समिति गठन में अधिवक्ता वेदपाल सिंह की पुत्र वंदना सिंह को ग्राम अध्यक्ष नियुक्त किया है। मानव समाज शक्ति सेवा के अध्यक्ष अधिवक्ता रजनीश कुमार ने आठ पद के साथ ही तीन सदस्यों की घोषणा की है। कार्यकारिणी का फूल मालाओं से स्वागत किया है। 

अध्यक्ष रजनीश कुमार और महासचिव राजेश कुमार एवं सह सचिव कुलदीप सिंह सैनी ने भारत रत्न डॉ.बीआर अंबेडकर के बताएं मार्ग पर चलकर समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आगे बढ़ाने की अपील की है। रविवार की रात अलीपुर गांव में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी मंदिर पर मानव समाज शक्ति सेवा की एक बैठक आहूत की गई। इसमें सैकड़ों लोगों ने प्रतिभाग किया।

अध्यक्ष अधिवक्ता रजनीश कुमार ने कहा कि वह प्रत्येक समाज के बच्चों के लिए आईएएस पीसीएस सेंटर खोलेंगे जिनमें बच्चों को पढ़ाया जाएगा। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को फ्री एजुकेशन दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी संस्था विधवा महिलाओं के बच्चों को फ्री शिक्षा मुहैया कराएगी। समिति की तरफ से ही विधवा महिलाओं के लिए मेडिकल और भरण पोषण की व्यवस्था भी होगी।

नवनियुक्त ग्राम अध्यक्ष वंदना सिंह ने काकी जो जिम्मेदारी उनको दी गई है। उसको निभाने का प्रयास किया जाएगा और डॉक्टर बीआर अंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ाया जाएगा। कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि समाज में फैली कुरीतियों को जड़ से मिटा सके। शैक्षिक सलाहकार पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि भारत रतन डॉक्टर बीआर अंबेडकर ने कहा था कि मैं मूर्तियों में नहीं किताबों में हूं, मुझे पूजने कि नहीं पढ़ने की जरूरत है। डॉ. बीआर आंबेडकर समस्त वर्गों के उत्थान के लिए अपना जीवन समाज को अर्पित कर दिया। उनकी परिकल्पना समस्त जनमानस का विकास करने की रही। विशेष रूप से पिछड़ों को शिक्षित करने की हम उनके विचारों एवं आदर्श पर चले तो यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डॉक्टर बीआर अंबेडकर की कल्पना संगठित भारत की थी।

कहां की डॉक्टर बी आर अंबेडकर आजीवन प्रखर राष्ट्रवादी व्यक्तित्व के पक्षधर रहे। मूर्तियां किताबों में डॉक्टर अंबेडकर के किरदार को बांधा नहीं जा सकता है। उनका कद इससे कहीं ऊंचा था। कम संसाधन और अभाव में उन्होंने इतना ज्ञान अर्जित किया कि वह संविधान निर्माता बन गए। उन्होंने सर्व समाज से डॉक्टर अंबेडकर के जीवन से सीखने की अपील की है। ग्राम समिति में उपाध्यक्ष कुणाल, महासचिव शंकर, संयुक्त सचिव भावना, कोषाध्यक्ष अमन, मीडिया सलाहकार निकिता, व्यवस्थापक तनु, शिवानी, सलोनी और खुशी को सदस्य बनाया गया। इस दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रियव्रत, पूर्व ब्लाक कनिष्ठ प्रमुख अशोक कुमार, ग्राम प्रधान राजेंद्र चौधरी, रामकुमार, सत्य कुमार, सुखबीर सिंह, उप ग्राम प्रधान सत्यवीर, इंजीनियर राकेश कुमार, धर्मवीर, पंकज पेगवाल, विनीत राम राणा, आदि सैकड़ों ग्रामवासी मौजूद रहे।

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