हरिद्वार। नगर क्षेत्र में फुटपाथ, नालियों और सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने तथा यातायात को सुचारु बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान की अध्यक्षता में व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक में नगर मजिस्ट्रेट ने व्यापारियों से अपील की कि वे अपनी दुकानों के सामने फुटपाथ, नालियों और सड़क किनारे रखे सामान को स्वयं चार दिन के भीतर हटा लें, ताकि आम लोगों को चलने में परेशानी न हो और यातायात व्यवस्था सुधरे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्धारित समय में सामान नहीं हटाया गया, तो प्रशासन फुटपाथ खाली करवाएगा और सामान जब्त करने के साथ-साथ जुर्माना भी वसूला जाएगा।
नगर मजिस्ट्रेट ने व्यापारियों से प्रशासन का सहयोग करने और इसकी सूचना सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों तक पहुंचाने की अपेक्षा की। साथ ही, शहर में बिना लाइसेंस के संचालित हो रही रेड़ी-ठेलियों और अतिक्रमण के कारण लगने वाले जाम की समस्या पर भी चर्चा हुई। इसके समाधान के लिए नगर निगम को जेब्रा फोर्स तैनात करने और बिना अनुमति के लगने वाली रेड़ी-ठेलियों का सत्यापन कर हटाने के निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त, अवैध होर्डिंग्स, बैनर और लटकते केबल तारों को हटाने तथा नालियों की सफाई के लिए भी नगर निगम को निर्देश दिए गए। सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को क्षतिग्रस्त नाली स्लैब की तत्काल मरम्मत करने का आदेश दिया गया।
बैठक में उपस्थित व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को आश्वासन दिया कि वे फुटपाथ और नालियों पर सामान नहीं रखेंगे और प्रशासन का पूर्ण सहयोग करेंगे। बैठक में सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी गणेश जोशी, सहायक नगर आयुक्त ऋषभ उनियाल, इंस्पेक्टर हरिद्वार हाकम सिंह, व्यापार मंडल के अनिल पुरी, नवनीत शर्मा, राजन कौशिक, मनोज सिंगल, राम अरोड़ा, नरेंद्र ग्रोवर, बलराम सेठ, मुकेश भार्गव, राहुल शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।