हरिद्वार। रोशनाबाद गांव में श्मशान घाट की भूमि और उस तक जाने वाले रास्ते पर अवैध कब्जे के प्रयास से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का आरोप है कि भू-माफिया श्मशान घाट की पूरी जमीन हड़पने की कोशिश में हैं। रास्ता बंद होने से अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीणों को 25-30 किलोमीटर दूर कनखल जाना पड़ता है, जो उनके लिए बड़ी कठिनाई का सबब बन गया है।
गुरुवार को ग्रामीण मनोज पाल की मृत्यु के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने मनोज कुमार के शव को गांव की मुख्य सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि श्मशान घाट तक का रास्ता तुरंत बहाल किया जाए और अवैध कब्जे को हटाया जाए।
सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि रास्ते को जल्द दुरुस्त किया जाएगा और समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को कनखल श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि श्मशान घाट की भूमि और रास्ते को कब्जे से मुक्त कराकर उनकी वर्षों पुरानी समस्या का समाधान किया जाए। प्रदर्शन में रामकुमार भगत, आनंद, रघुबीर, प्रदीप पाल, संजय पाल, जोगेंद्र कटारिया, सुनील पाल सहित कई ग्रामीण शामिल रहे।