हरिद्वार। राजकीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों ने सीएचसी में विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय कार्यबहिष्कार और धरना प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी पिछले तीन दिवस से सभी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे है।कर्मचारियों ने बताया कि
उनको भी बीमा पॉलिसी का लाभ मिले, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 से समस्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों का सर्विस रेशनलाइजेशन होना था जो वर्तमान समय तक नही हो पाया है। जिसका बजट भी समय-समय पर प्रदेश सरकार को मिल रहा है। अध्यक्ष डॉ.शैलेंद्र थपलियाल का कहना है कि उनको समान कार्य के लिए समान वेतन मान दिया जाए, हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड-पे वर्तमान लागू किया जाये। 65 वर्ष की आयु तक समस्त कर्मचारियों को सर्विस नियमावली मे रखा जाये, जिन कर्मचारियों को वर्तमान समय मे किसी कारण वश स्वास्थ्य समिति या से बहार (हटा) दिया गया। उन्हे तुरन्त उनकी सेवा बहाल की जाये। उपाध्यक्ष सुनील दत्त ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीयों के 15 माह से लंबित पीबीआई जो की मूल वेतन का 7.5% है। उसका अतिशीघ्र भुगतान किया जाये तथा पीबाई को वेतन में समायोजित करके प्रत्येक माह भुगतान किया जाये।
मांगों के विषय में शासन प्रशासन द्वारा कोई ठोस व सकारात्मक कदम नहीं लिया जाता है। तो हम समस्त कर्मचारी संगठन (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इस दौरान सचिव सौरभ सिंह, संयोजक संगीता चौहान, रोहित लांबा
आदि कर्मचारी शामिल रहेl
स्वास्थ्य कर्मियों ने मांगो को लेकर कार्यबहिष्कार कर दिया धरना, (हरिद्वार) –हन्नी कथूरिया–
