सिडकुल के नवोदय नगर में खनन माफिया की सक्रियता चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है। ना तो पुलिस का डर और ना ही जिला प्रशासन की सख्ती इन माफियाओं को रोक पा रही है। दिन-रात अवैध खनन का सिलसिला जारी है, जिससे नदी क्षेत्र में पर्यावरणीय क्षति और खतरे बढ़ रहे हैं। जिला प्रशासन एक ओर खनन पर पूर्ण प्रतिबंध का दावा करता है, वहीं रात के अंधेरे में नदी में बड़े पैमाने पर खनन हो रहा है। आठ से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खनन में लगी हैं, जिससे नदी में गहरे गड्ढे बन गए हैं।
पिछले साल इस अवैध खनन के कारण एक बच्चे की डूबने से मौत हो चुकी है, लेकिन प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया। नदी के किनारे बड़े-बड़े गड्ढों से क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है, फिर भी न तो पुलिस और न ही जिला प्रशासन इस पर प्रभावी कार्रवाई कर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि खनन माफिया की पहुंच और रसूख इतना है कि प्रशासनिक कार्रवाई नाममात्र की रह जाती है।
इस स्थिति से न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि स्थानीय समुदाय की सुरक्षा भी खतरे में है। प्रशासन की निष्क्रियता और माफियाओं की बेलगाम गतिविधियों ने क्षेत्र में अराजकता का माहौल बना दिया है। जरूरत है सख्त निगरानी, त्वरित कार्रवाई और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने की, ताकि अवैध खनन पर रोक लगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।