हरिद्वार। ऋषिकेश में कमर्शियल दोपहिया वाहन मालिकों का गुस्सा फूट पड़ा है। पर्यटकों द्वारा ट्रैफिक नियम तोड़ने की वजह से वाहन मालिकों पर चालान का बोझ पड़ रहा है, जिसे वे अब बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हैं। मालिकों ने स्पष्ट कर दिया है कि पर्यटकों की गलतियों का जुर्माना वे नहीं चुकाएंगे। इस मुद्दे को लेकर वाहन मालिकों ने ऋषिकेश के आरटीओ कार्यालय में प्रदर्शन किया और देहरादून आरटीओ को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मालिकों ने मांग की कि पर्यटकों की गलतियों की जिम्मेदारी उन पर न डाली जाए। यदि कोई पर्यटक ट्रैफिक नियम तोड़ता है, तो मौके पर ही चालान कर जुर्माना वसूला जाए। इसके अलावा, एएनपीआर कैमरे से चालान होने पर तत्काल वाहन मालिक को मैसेज भेजा जाए। यदि पर्यटक मौके पर जुर्माना नहीं भरता, तो प्रशासन उसके ड्राइविंग लाइसेंस को जब्त करे। मालिकों ने यह भी मांग की कि प्राइवेट दोपहिया वाहनों के कमर्शियल उपयोग पर रोक लगाई जाए और ऑनलाइन ऐप के जरिए संचालित होने वाले प्राइवेट वाहनों पर सख्त कार्रवाई हो।
एआरटीओ प्रवर्तन रश्मि पंत ने बताया कि प्राइवेट वाहनों के कमर्शियल उपयोग पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। अन्य मांगों के संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। वाहन मालिकों का कहना है कि पर्यटकों की लापरवाही के कारण उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। वे चाहते हैं कि प्रशासन उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करे ताकि उन्हें अनावश्यक आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े।