हरिद्वार। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत उत्तराखंड में 2026 से स्मार्ट पुलिसिंग की शुरुआत होने जा रही है। अगले वर्ष से इंटर ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (ICJS) का 2.0 वर्जन लागू होगा। जिसके तहत क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (CCTNS) पूरी तरह डिजिटल हो जाएगा। इस पहल से डिजिटल पुलिसिंग को बढ़ावा मिलेगा, केस डायरी पेपरलेस होगी और अपराध डेटा को आसानी से रिकॉर्ड किया जा सकेगा। अपराधियों की जानकारी राष्ट्रव्यापी नेटवर्क पर साझा होगी। जिससे पुलिस का मैनुअल कार्यभार कम होगा और विवेचना प्रक्रिया सरल होगी। नागरिकों को भी ऑनलाइन सेवाओं का लाभ मिलेगा, जिससे पुलिस सेवाएं अधिक पारदर्शी और सुलभ होंगी।
इस सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए उत्तराखंड के सभी पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी कड़ी में ऋषिकेश कोतवाली में पुलिस अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (SCRB) और CCTNS के आईजी सुनील कुमार मीणा ने अधिकारियों को ICJS 2.0 सिस्टम के संचालन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह सिस्टम अपराध प्रबंधन और जांच प्रक्रिया को और प्रभावी बनाएगा।