भारत सरकार द्वारा संचालित मौसम आधारित फसल बीमा योजना का किसान लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। विभाग के पास किसानों ने न के बराबर बीमे कराएं है। जबकि फसलों के नुकसान से किसानों को बचाने के लिए सरकार ने फसल बीमा योजना चलाई हुई है। जो 31 दिसंबर तक बीमा करवाने की छूट किसानों को दी गई है। उसके बाद किसानों को बीमा योजना का लाभ नहीं मिलेगा। मुख्य उद्यान अधिकारी नरेंद्र यादव ने प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय में प्रभारी निरीक्षकों को आदेश जारी किए है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों के बीमे कराए। ताकि किसान फसलों का बीमा करा सकें। उन्होंने बताया कि मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत आलू, मटर, टमाटर एंव आम और लीची की फसलों का बीमा कराने के लिए आखिरी तिथि 31 दिसंबर है। इसमें आलू, टमाटर, मटर, सब्जी फसलों की प्रति हेक्टेयर प्रीमियम कृषक अंश 3750 रुपए हेक्टेयर है। जबकि बीमित राशि 75 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर होगी। आम और लीची में प्रीमियम 25 एवं 50 रुपए प्रति वृक्ष कृषक अंश दिया जाएगा। यही नहीं बीमित राशि 500 और एक हजार रुपए प्रति वृक्ष होगी।
नरेंद्र यादव मुख्य उद्यान अधिकारी हरिद्वार ने बताया किजनपद में पांच हजार से अधिक किसानों विभिन फसलों की खेती कर रहे है। चार सौ किसानों ने ही अभी तक फसलों का बीमा कराया है। जबकि 31 दिसंबर बीमे की आखरी तिथि है। इसलिए अधिक से अधिक फसलों के बीमे हो उसके लिए अधिनिस्त कर्मचारियों को आदेश जारी किए है।