हरिद्वार। देश के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी का नाम तीन साल बाद भी उजागर नहीं होने के कारण यूकेडी का गुस्सा फिर भड़क गया है। यूकेडी ने अंकिता भंडारी की तीसरी पुण्यतिथि पर त्रिवेणी घाट चौक पर सांकेतिक जाम लगाकर नारेबाजी की। जिसके बाद यूकेडी के कार्यकर्ता त्रिवेणी घाट पुलिस चौकी पहुंचे। चौकी में सक्षम अधिकारी नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं ने जाम लगा दिया। जाम में फंसे श्रद्धालुओं की कार्यकर्ताओं के साथ रास्ता खोले जाने को लेकर नोंक-झोंक भी हुई। करीब आधा घंटा जाम में काफी लोग फंसे रहे। जिसके बाद जाम खोला गया। मौके पर त्रिवेणी घाट चौकी प्रभारी विनेश कुमार कार्यकर्ताओं को समझाते रहे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब प्रशासन को पूर्व में ही सूचना दे दी गई थी तो मौके पर ज्ञापन लेने के लिए सक्षम अधिकारी क्यो नही आए। बाद में चौकी प्रभारी ने इनकी एसडीएम से बात कराई। जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने जाम खोला। चौकी प्रभारी को ही कार्यकर्ताओं ने डीएम के नाम ज्ञापन सौपा। जिसमें कहा गया कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के चारों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अंकिता भंडारी को पूर्ण न्याय नहीं मिला है। मामले में सरकार वीआईपी को बचाने का काम कर रही है।
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