हरिद्वार/रुड़की। 13 साल के बच्चे का मर्डर अवैध संबंध छिपाने के लिए किया गया था भगवानपुर पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया है भगवानपुर थाने में प्रेस वार्ता कर एसपी ने खुलासा किया है कि फैक्ट्री कर्मचारी ने अवैध संबंध छिपाने के लिए 13 साल के मासूम बच्चे को मौत के घाट उतारा था पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट से जेल भेज दिया है घटना बीते मा 19 फरवरी की है पुलिस की ओर से 25 फरवरी को गुमशुदा की हत्या 302 की धारा में तरमीन की गई। एसएसपी ने खुलासा करते हुए टीम को पांच हजार रुपये नगद इनाम की घोषणा भी की है।
एसएसपी ने बताया कि कंपनी से आने पर कार्तिक प्राईमरी स्कूल के पास मिला तभी, आरोपी ने मन ही मन कार्तिक को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया। और उसे पैसे का लालच देकर आंटी से मिलने को कहकर अपने साथ ले लिया। और गन्ने के खेत के पास बरसीण के खेत में ले जाकर कार्तिक का गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी ने मरे हुए मासूम को वहा से उठाकर पास ही गन्ने के खेत में ले जाकर फेक दिया ताकि उसे कोई देख न सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि किशोर की गलती बस इतनी थी कि उसने अपने दोस्त के पिता को अन्य महिला के साथ गन्ने के खेत में आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। गुनाह छुपाने के दर से उसने मासूम की हत्या कर दी थी और सब को गाने के खेत में फेंक दिया था।
एसएसपी ने बताया पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने जानकार के माध्यम से एक महिला को 18 फरवरी में माहडी चौक से साथ लेकर खुब्बनपुर में गन्ने के खेत में ले गया।
वहीं, खाली प्लोट में 13 वर्षीय कार्तिक अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। बॉल गन्ने के खेत में आ गई और कार्तिक आरोपी को औरत के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। पुलिस पूछताछ में दौरान आरोपी ने कार्तिक को समझाया कि यह बात किसी को नही बताना। लेकिन वह कार्तिक नही माना और वंहा से भाग गया। आरोपी कार्तिक को जानता था, वह उसके बच्चों के साथ गांव में ठेली पर चाऊमिन खाने जाता था। इसी कारण वह इस बात से घबरा गया कि अगर इसने यह बात परिवार या गांव में किसी को बता दी। तो समाज में उसकी बेईज्जती नीलाम हो जाएगी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उस दिन शाम को काफी शराब पीकर कार्तिक को तलाश किया। लेकिन वो नही मिला और इसी वजह से रात में भी नही सो पाया।
एसएसपी ने बताया कि खुब्बनपुर गांव निवासी सरदार सिंह ने अपने 13 वर्षीय नाबालिक बेटे कार्तिक की गुमशुदगी दर्ज कराई। 25 फरवरी को कार्तिक का शव खुब्बनपुर गांव में गन्ने के खेत से बरामद हुआ। प्रथम दृष्टया मामला हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेंकना का प्रकाश में आया। पोस्टमार्टम के बाद गुमशुदगी 302 में तरमीम कर दी गई।
सीओ मंगलौर के नेतृत्व में एसओ भगवानपुर ने चार अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की, दो टीमों ने घटनास्थल के आसपास के और खुब्बनपुर गांव के सभी सीसीटीवी फुटैज खंगाले। दो टीमों की तरफ से मैनुअल पुलिसिंग की गई। घटना के दिन 19 फरवरी को गांव खुब्बनपुर में दो शादिया थी। कार्तिक अपने हम उम्र साथियों के साथ घुडचडी के दौरान बारातियों द्वारा हवा में उछाले गए पैसो को उठाते थे।
पुलिस ने अजय शर्मा को गांव में तलाश किया गया। परन्तु उक्त व्यक्ति गांव में नही मिला जिसको पुलिस टीम ने शुक्रवार को अमोरवेट कंपनी जाने वाले रास्ते से धर दबोचा। आरोपी ने पूछताछ में हत्या का पूरा राज खोल डाला।
अजय शर्मा अपने माता पिता व दो बच्चों के साथ खुब्बनपुर गांव में पिछले छह माह से अपने रिश्तेदार के यंहा किराए पर रह रहा है। आरोपी की पत्नी का देहांत वर्ष 2020 में हो चुका है। अगले दिन सुबह ही कम्पनी मे चला गया। आरोपी अजय शर्मा पुत्र प्रमोद शर्मा निवासी ग्राम अथाई थाना भोपा जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश हाल पता ग्राम खुबनपुर थाना भगवानपुर को कोर्ट से जेल भेज दिया है।