श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ के पदाधिकारी कोन सही- कोन गलत, दो पूर्व विधायक आमने-सामने, शिकायत दर्ज, रविदासचार्य ने खुद को बताया संस्थापक अध्यक्ष, (हरिद्वार)-पूजा सिंह-

हरिद्वार। श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ के पदों को लेकर रविदासचार्य सुरेश राठौर ने हाल ही नियुक्त महापीठ के पदाधिकारियों को गलत बताया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तराखंड के पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने कहा है कि श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ सामाजिक संगठन है। कुछ तथाकथित लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सामाजिक संगठन को निजी रूप से प्रयोग करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का कार्य आरंभ करना शुरू किया है। जिसको किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ संगठन से जुड़े लाखों कार्यकर्ताओं की भावनाओं को को भी राजनीति का शिकार होने से बचाया जाएगा। सुरेश राठौर ने कहा है महापीठ की अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय महामंत्री आदि के पदों पर कार्यरत लोगों को पद मुक्त किया गया है। जो कि अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए किसी भी रूप में अशोक भारती और पूर्व विधायक देशराज करनवाल जो कि आज तक कहीं भी जुड़े बिना उन लोगों को पीठ में पदाधिकारी घोषित कर रहे हैं। जिनके पीठ से नहीं पूर्व में कोई संबंध रहा है। नहीं आज के समय में है।
तथाकथित रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले सुरजीत कुमार और उत्तराखंड अध्यक्ष घोषित होने वाले धर्मेंद्र कुमार का पीठ से कोई संबंध नहीं है। इनका स्वयं को राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष घोषित करना पूर्णतया गलत है। महापीठ के द्वारा जिला मुख्यालय हरिद्वार में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करने के पश्चात राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश राठौर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्पष्ट कहा है। महापीठ का रजिस्टर्ड कार्यालय हरिद्वार है। वह इसके संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। महापीठ का पंजीकरण और शासकीय नियमानुसार सभी अधिकार उनके पास हैं। तो किसी सुरजीत कुमार का राष्ट्रीय अध्यक्ष या अन्य कोई भी पदाधिकारी पूर्णतया गलत है। अभी उत्तराखंड प्रदेश की समस्त कार्यकारिणी भी भंग है

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